इंदौर। विभन्न प्रकार के विभिन्न प्रकार मकड़ियों के लंबे समय तक प्रभावी नियंत्रण लिये भारत की अग्रणी कंपनी इंसएक्टिसाइड इंडिया लिमिटेड ने कुनोची नाम का माइटीसाइड बुधवार को लांच किया है जो सभी प्रकार की मकड़ियों की सभी समस्याओं पर नियंत्रण प्रदान करता है।
कुनोची का आविष्कार निसान केमिकल कार्पोरेशन, जापान द्वारा किया गया है और इसमें,साइएनोपोफन 30 फीसदी एससी है। भारत मे आईआईएल निसान केमिकल कॉर्पोरेशन ,जापान के उत्पादों को किसानों तक पहुंचाता है।यह उत्पाद दुनिया के अन्य हिस्सों जैसे जापान,दछिण कोरिया,कोलंबिया ओर एक्वाडोर में पहले से ही पंजीकृत है।
आईआईएल नेम मध्य प्रदेश में जापान के निकास केमिकल के पेटेंटेड माइटी 'कूनोची' को लांच किया कोणाची का आविष्कार और विकास निकास केमिकल कारपोरेशन जापान द्वारा किया गया है और इसे भारत में इंसेक्टिसाइडस (इंडिया)लिमिटेड द्वारा विपणन किया जाएगा।
इस माइटीसाइड मैं साइएनोपेप्रफेन 30% एससी शामिल है ,जो कि एक उत्तम केमिकल है जो मकडी की विभिन्न प्रजातियो पर प्रभावी है और इसमें ओविसाइडल गुण भी है।
मिर्च ओर सब्जियों के किसानों की एक बड़ी समस्या माइट से कुनोची एक लंबी अवधि लिए निजात दिलाने में सफल होगा। माइटीसाइड पहले से ही दुनिया के अन्य हिस्सो जापान कोरिया ,कोलंबिया ओर इक्वाडोर में पंजीकृत है।
इंसेकि्टसाइडट इंडिया लिमिटेड के बारे में
एक बीएसई ओर एनएसई सूचीबद्ध कंपनी भारत की अग्रणी ओर शीर्ष 10 भरतीय एग्रोकेमिकल्स विनिर्माण कंपनी में से एक है।आईआईएल 2018-2019 में 1194 करोड़ रुपये की शीर्ष पंक्ति के साथ भारत के फसल देखभाल बाजार में एक फ्रंट-लाइन कलाकार के रूप में उभरा है।
कंपनी की चोपांकी (राजस्थान),साम्बा ओर उधमपुर (जम्मू एवं कश्मीर),ओर डाहेज(गुजरात)में स्टेट-ऑफ-द-आर्ट फार्मूलेशन सुविधा है।आईआईएल के दो तकनीकी सिथेंसिस प्लांट चोपांकी ओर डाहेज में है जहाँ तकनीकी ग्रेड के केमिकल्स बनाए जाते है।
आईआईएल फाउंडेशन इंसेक्टिसाइड्स (इंडिया)लिमिटेड की एक पहल है जो कि कृषि संबधित आधुनिक जानकारियों ओर तकनीकों के आयात हेतु किसानों के साथ मिलकर काम करता है।