बढ़ते आतंक पर पुलिस हाथ बांधे कब तक खड़ी रहेगी....

उज्जैन फ्रीगंज स्थित फूल माला के व्यापारी का क्राइम  में बढ़ता हुआ साहस आए दिन देखने को मिलता है आज की ही बात लो देश का चौथा स्तंभ पर हाथ साफ करने में संकोच नहीं करता उसका यह कारण है कि पूर्व में नगर निगम के अमले पर हमला करने में जो संकोच नहीं कर पाया वह समाज किसको बख्शे गा कार्टूनिस्ट पत्रकार पत्रकार को आज फूल माला व्यापारी के हाथों पिटा इस प्रकार की यह पहली घटना नहीं है आखिर यह कब तक चलता रहेगा क्या पुलिस प्रशासन खुलेआम चल रही दादागिरी को रोकने में क्यों नहीं समर्थ है जबकि पूर्व में नगर निगम पालिका निगम के अमले के साथ पुलिस का भी अमला मौजूद था फिर भी फूल माला व्यापारी का कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाया क्या कारण है कि आए दिन व्यापारी व्यापार करने की वजह अपने रुतबे के लिए दादागिरी करते नजर आते हैं कब तक पुलिस महकमा हाथ पर हाथ रखकर बैठे रहेगा यह तो आज पत्रकारों का मामला था जो एकजुट होकर धूल पर आ गया किंतु आए दिन आम जनता की पिटाई होती है वह भयभीत होकर न्याय भी नहीं मांग पाता ,,ऐसा उज्जैन शहर में कब तक चलता रहेगा