‘नारी अपनी जिन्दगी की नायिका आप खुद बनें’ 


रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3040 कॉन्फ्रेंस में ब्यूटी क्वींस ने महिलाओं को किया प्रेरित 
भोपाल। रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3040 कॉन्फ्रेंस के दो दिवसीय आयोजन का समापन रविवार को ब्यूटी क्वींस के मोटिवेशन उद्बोधन के साथ हुआ। कार्यक्रम के समापन अवसर पर नेशनल स्तर पर खिताब जीतने वाली ब्यूटी क्वींस डॉ. जया महेश मिसेज इंडिया अर्थ क्लासिक 2016, आकांक्षा दत्ता मिसेज दिल्ली-एनसीआर 2019, ज्योति शाह मिसेज इंडिया 2019, शिल्पा बगरेचा मिसेज इंडिया क्वीन आॅफ सीजन 2018 ने अपने अनुभव साझा करते हुए महिलाओं को सशक्त बनने और चट्टान की तरह अडिग रहने के लिए प्रेरित किया। इसके पहले उन्होंने रैंप वॉक कर रोटरी द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की प्रशंसा भी की। डिस्ट्रिक्ट गवर्नर धीरेन दत्ता ने आगामी वर्ष के लिए चुने गए रोटरी क्लब के पदाधिकारियों की घोषणा की।



18 की उम्र से समाजसेवा शुरू कर दी थी: आकांक्षा 
मिसेज दिल्ली-एनसीआर 2019 आकांक्षा दत्ता पॉलिटिकल साइंस में एम.ए. होने के साथ ही अन्य उपाधियां प्राप्त हैं। इन्होंने 18 वर्ष की उम्र से ही स्वयंसेवी संस्था से जुड़कर स्लम एरिया के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया था।  मॉडलिंग की प्रेरणा इन्हें फेसबुक पर कॉन्टेस्ट को देखकर मिली और पिछले 6 माह में ही इन्होंने खिताब जीता। श्रीमती दत्ता तीन स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़ी हैं तथा चिल्ड्रन बुक क्लब का संचालन करती हैं। गृहणी होने के साथ ही ये मॉडलिंग के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। जब इन्हें पहला खिताब मिला तो परिवार के साथ ही पति भी बहुत खुश हुए।
बेटों को भी संस्कार देना चाहिए: शिल्पा बगरेचा
मिसेज इंडिया क्वीन आॅफ सीजन 2018 शिल्पा बगरेचा ने कहा कि वर्तमान दौर में बच्चों में जागरुकता लाना जरूरी है, बेटी ही नहीं बेटों को भी अच्छी शिक्षा देना जरूरी है ताकि वह अपनी मां-बहनों की तरह ही बाहर की दुनिया में भी दूसरों से वही व्यवहार करें। इससे अपराधों में कमी आएगी। श्रीमती बगरेचा पतंजलि योगपीठ से जुड़ी गोल्ड मेडलिस्ट हैं। रोटेरियन इन्दौर मार्शल क्लब की सदस्य भी हैं।
आपदाओं के बाद भी हिम्मत नहीं हारी: ज्योति शाह
अगस्त 2019 में मिसेज इंडिया का खिताब हासिल करने वाली 42 वर्षीय मिसेज ज्योति शाह की कहानी बेहद दर्दनाक होने के साथ ही महिलाओं को प्रेरित करने वाली है।  उन्होंने बताया कि जब वह मिसेज इंडिया 2019 के कॉम्प्टीशन की तैयारी कर रहीं थीं तभी उनके पिता एवं भाई की मृत्यु हो गई। इसके बावजूद  उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और इस कॉम्प्टीशन में भाग लेकर मिसेज इंडिया 2019 का खिताब जीता। दो बेटों की मां श्रीमती शाह शासकीय मान्यता प्राप्त योगा टेÑनर हैं और उनके पति कर्नल हैं। उनका कहना है कि रोटेरियन्स बहुत ही हम्बल हैं और मानवसेवा के क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं।
सशक्त बनें महिलाएं: डॉ. जया महेश
मिसेज इंडिया अर्थ क्लासिक 2016 डॉ. जया महेश सेफ वॉटर मिशन से जुड़ी होने के साथ ही मॉडलिंग के क्षेत्र में भी अपना परचम फहरा रही हैं। उनका कहना है कि महिलाओं को सशक्त बनना चाहिए और चट्टान की तरह खड़े रहना चाहिए है।
सेवा महत्वपूर्ण है, परिणाम नहीं: समापन सत्र के मौके पर बेंगलुरू से आए स्वामी शिवापाद ने जीवन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला।  उन्होंने कहा कि सेवा महत्वपूर्ण है, परिणाम नहीं। कोई भी व्यक्ति अक्षर ज्ञान से इंसान नहीं बन सकता। धर्म की व्याख्या करते हुए स्वामी जी ने कहा कि दुनिया में जहाँ भी जो अच्छा मिले उसे ग्रहण करो और गलत को छोड़ दो। सबसे बड़ा धर्म मानवता है।