कामकाजी महिलाओं की  महती भूमिका राष्ट्र के लिए अनुकरणीय”

उज्जैन,| अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की  पूर्व संध्या पर  वाणिज्य अध्ययनशाला   विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में  कार्यरत सभी महिला शिक्षिकाओं को विभाग में सम्मानित किया गया l इस उपलक्ष्य पर वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.धर्मेन्द्र मेहता की अध्क्षयीय उपस्थिति में क्रमशः विभाग  के अत्यन्त वरिष्ठ कर्मचारी श्री रामचंद्र परम्रार,श्री सजंय बेतोड़ ,श्री प्रवीण शर्मा मुकेश जी की आत्मीय  महनीय उपस्थिति में सभी के करकमलों द्वारा महिला शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया l उपस्थित सभी वक्ताओ ने अपने संबोधनों में रेखांकित किया कि महिलाएं, अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ ही अपने कार्यस्थल पर पूर्ण निष्ठा से अपने कर्तव्यों को पूरा करती हैं, दोहरी भूमिकाओ को वे बखूबी निभाती हैं l महिलाएं ,सिर्फ आज ही नहीं वर्ष के 365 दिनों ही सम्मान की पात्र हैं l इस अवसर पर डॉ.नागेश पराशर ने सभी  महिला प्रतिभाओं का  एवम  आयोजन परिचय दिया, साथ ही डॉ.आशीष मेहता ने भी सभी महिला शिक्षकों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि, एक नारी ही है, जो अनेक भूमिकाओं को समर्पण भाव से निभाती हैं l वह माँ, पत्नी, बहन बनकर  साथ ही अपने कार्यस्थल पर भी अपने कार्यो को पूर्ण जिम्मेदारी के साथ  बखूबी निभाती हैं l इस अवसर पर संस्था की  डॉ.नैना दुबे, डॉ.नेहा माथुर, डॉ.रुचिका खंडेलवाल, डॉ.अनुभा गुप्ता, डॉ.कायनात तवर, डॉ.परिमिता सिंह एवं श्रीमती कविता सिकरवार (हिंदी  अध्ययनशाला) का भी सम्मान किया गया l सभी ने कार्यक्रम आयोजन संकल्पना एवं  त्वरित क्रियान्वयन के लिए हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि कार्यस्थल पर इस प्रकार का आयोजन विभाग में महिला दिवस की सन्ध्या पर प्रथम बार हुआ है इस हेतु समस्त शिक्षको  एवं उपस्थित विद्यार्थियों ने भी इस आयोजन पर अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए वाणिज्य  अध्ययनशाला विभागाध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र मेहता के इस नवोन्मेषी नवाचार प्रयास की तहेदिल से सराहना की एवम अत्यंत अनुकरणीय  कदम बताया।  आभार प्रदर्शन विभाग के ही शोधार्थी श्री रुपेश सूर्यवंशी ने किया तथा कार्यक्रम सत्र का संचालन डॉ.नागेश पाराशर ने किया l