उज्जैन नगर पालिका निगम द्वारा खाद्य सामग्री विक्रय हेतु वाहन उपलब्ध कराए गए विगत दिनों देखने में आया कि वाहन पर नाबालिक बालक द्वारा मनमाने भाव से ग्राहकों को सामग्री के रेट लगाए जा रहे हैं खाद्य अधिकारी से पूछा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जावेगी किंतु ना ही कोई कार्रवाई हुई जबकि शासन ने कालाबाजारी या शहर में अनियमितताएं होने पर एक व्हाट्सएप नंबर 9301120344 भी जारी किया गया उस व्हाट्सएप पर भी वीडियो डालने के पश्चात भी कोई कार्रवाई नहीं हुई आम पब्लिक को शासन की व्यवस्था पर प्रश्न उठ रहा है यह स्पष्ट है
समाचार पत्रों के माध्यम से बताया जा रहा है कि यह शिकायत नंबर है कार्रवाई होगी किंतु कार्रवाई के नाम पर कोई रिजल्ट नहीं है देखने में यह भी आया है बड़ी-बड़ी किराने की दुकानें खुली है आम व्यक्ति खेलची मार लेने के लिए सो ₹200 का जाता है तो वह कह देते हैं के माल हम नहीं है ऐसा तो सीधे-सीधे शासन की मिलीभगत से कालाबाजारी को बढ़ावा ही मिल रहा है
महाकाल सिंधी कॉलोनी चौराहा पर खुली दुकान पर पूछा गया कि 2 किलो आटा मिलेगा क्या दुकानदार नहीं सख्त मना कर दिया खुला माल नहीं दिया जाएगा दुकान पर बैठी दुकान की मालकिन ने कहा घर पहुंच सुविधा है किंतु कम से कम 25 किलो आटा मन गाएंगे तो भेज दिया जाएगा 2 किलो यहां से नहीं दिया जाएगा ग्राहक ने उनसे कहा कि मेरे पास पैसे नहीं हैं मुझे 2 किलो दे दिया जावे ग्राहक को संतुष्ट होकर घर की ओर जाना पड़ा सोचे उस ग्राहक के घर रोटी बनी होगी कि नहीं