बन्दी ग्रहों में होने वाले आयोजन निरस्त*          *अपनों से अपनी बात*


भोपाल केंद्रीय जेल में 108 कुंडिय गायत्री यज्ञ आयोजन की सफलता के पश्चात जबलपुर जेल में आयोजन कि अनुमति मई माह की थी आज कोराना वायरस की महामारी के कारण गुरुदेव के चिंतन को बन्दी भाइयों के बीच नहीं पहुंचाने का दुख: हो रहा है...


नीमच जेल कार्यक्रम को भी करने के लिए हम सब तेयार थे परन्तु परिस्थिति के आगे हम कुछ नहीं कर सके..


 श्री महेंद्र भावसार भाई साहब जी द्वारा देहरादून जेल आयोजन की रूपरेखा जून माह की बनाई थी कार्यक्रम तय था श्री मती विमला अरोड़ा बहन देहरादून ने अपने प्रयास से जेल प्रशाशन से स्वीकृति ले ली थी  खुशी हो रही थी कि हमारी टीम जून माह में शांतिकुंज दर्शन, डॉ साहब जीजी से भेंट वार्ता व गुरुदेव से आशीर्वाद प्राप्त करेगी परंतु सब बना बनाया आयोजन हमसे दूर चला गया जैसे गुरुदेव की इच्छा....



मन में प्रसन्नता जब हुई सैफाली दीदी ने देहरादून जेल ने हमारी टीम के साथ चलने की इच्छा व्यक्त की दीदी से मोबाईल चर्चा में बन्दी भाइयों की व्यथा और उनके विचारों में परिवर्तन के बाद रिहाई के आदेश सब सुन कर सैफाली दीदी ने खुशी व्यक्त करते हुए देहरादून जेल आयोजन में सम्मिलित होने की स्वीकृति प्रदान कर दी थी.. शांतिकुंज से हम सब साथ में टौली बनाकर शैफाली दीदी के सानिध्य में देहरादून जेल में बन्दी भाइयों को गुरु सन्देश देने के लिए समय का इंतजार कर रहे थे कि..... कोराना आपदा ने सब योजना को विराम दे दिया


मथुरा से भी समय समय पर मृत्युंजय भाई साहब , आदरणीय इश्चर शरण पांडे बाबूजी से लाक डाउन में मोबाईल पर चर्चा बनी रहती है..
आगे जब भी अनुकूल परिस्थिति बनेगी जब हम सब जेल आयोजन के लिए तेयार है मेरे पतिदेव प्रशांत खंडेलवाल जी भी समय के इंतजार में साथ खड़े है
आयोजन के सूत्रधार भाई महेंद्र भावसार जी का निरंतर सहयोग मिलता रहा ओर आज भी उनसे चर्चा ओर योजनाएं बनती रहती है वह भी निरंतर शांतिकुंज - मथुरा वरिष्ठ भाइयों को मंत्र लेखन अभियान के क्रियाकलापो को अवगत कराते रहते है
आप सभी भाई बहन स्वस्थ रहे मस्त रहे खुश रहे
  लाक डाउन पालन में सभी से निवेदन करे घर में रहे अच्छे रहे