नाकाबंदी केवल कागजों में, मनमर्जी से वाहन लेकर आ जा रहे लोग
नागदा.lकोविड 19 के कारण औद्योगिक शहर नागदा की सीमाओं को प्रशासन ने सील कर दिया है। जिसको लेकर प्रसाशन का दावा है कि कोई भी बाहरी व्यक्ति शहर में प्रवेश नही कर सकता है, लेकिन प्रशासन के दावे महज औपचारिक ही नजर आ रहे हैं।
केवल दिखावे की नाकाबंदी
शहर मे कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या दस हो चुकी है दो क्षेत्र कंटेंनमेंट घोषित हो चुके है। पहला पोजिटिव व्यक्ति शहर के नई दिल्ली क्षेत्र मे इंदौर से आया था, इस पूरे क्षेत्र को कांटेंनमेंट क्षेत्र घोषित किया गया। इधर, एक दिन पहले पटेल गली में इंदौर से आई एक महिला भी पॉजिटिव मिली है, जिसके कारण इस क्षेत्र को भी कांटेंनमेंट क्षेत्र घोषित किया।
जब नागदा शहर मे बाहरी शहरों से ही कोरोना संक्रमित व्यक्ति आ रहे है तो शहर के क्षेत्र रक्षण मे लगे पुलिस जवान और नगर सुरक्षा समिति सदस्य आखिर अपनी जवाबदारी का निर्वहन किस लापरवाही के साथ कर रहे हैं, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। जब पूरे नागदा शहर के वह रास्ते जहां से प्रवेश किया जा सकता है उन्हें प्रशासन द्वारा सील कर दिया जा चुका है तो दूसरे कोरोना संक्रमित शहरों से पॉजिटिव लोग शहर में कैसे प्रवेश कर पा रहा हैं। इस लापरवाही पर प्रशासन को ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है। लापरवाही के आलम यह है कि शहर की हर गली में आसानी से शराब की बिक्री हो रही हैं, और यह शराब भी शहर में सील किए गए रास्तों से खुलेआम लाई जा रही हैं। इसके बावजूद कोई ध्यान देने वाला नहीं है।
हरिभूमि लाइव- बिना अनुमति के निकल रहे वाहनो की जांच नहीं
शहर के क्षेत्र रक्षण को लेकर प्रशासन के दावों की पुष्टि के लिए जब हरिभूमि टीम ने शहर तथा बाहर आने जाने वाले मार्गों पर बनाई गई चेक पोस्ट का जायजा लिया तो लॉक डाउन और कर्फ्यू को लेकर सरकार और प्रशासन द्वारा जारी किए गए सभी आदेशों/निर्देशों का खुलकर उल्लंघन किया जा रहा हैं लेकिन रोकने को कोई तैयार नहीं है।
बुधवार को इन चेक पोस्ट पर से दिनभर वाहनों का आना-जाना लगा रहा। लापरवाही का आलम यह नजर आया कि चेक पोस्ट पर से निकलने वाले किसी भी दो और चार पहियां को न तो कोई रोकने वाला और ना ही इन वाहनों की जांच करने वाला था। पूरे शहर में एकमात्र --- चेक पोस्ट पर वाहनों को रोककर अनुमति पास के बारे में पूछा जा रहा था। वह भी केवल औपचारिकता पूरी करते हुए। क्योंकि यहां मौजूद पुलिस बल 30 फीट दूर से अनुमति पास का पूछ रहे हैं और वाहन चालक भी दूर से ही कोई भी कागज दिखाकर अनुमति पास होना बताकर चले जाते हैं। यहां शहर के बाहर जाने वाले मार्ग पर भी लापरवाही का आलम इस कदर नजर आ रहा है कि नागदा कोरोना संक्रमित शहर होने के बावजूद पुलिस के जवान 14 किलोमीटर दूर खाचरौद से रोजाना अपडाउन कर रहे हैं, जबकि सख्त आदेश दिए गए हैं कि कोई भी कर्मचारी अपडाउन नहीं करे। सबसे अहम बात तो यह है कि लॉक डाउन और कर्फ्यू के दौरान किसी प्रकार की एहतियात नहीं बर्तन था तो प्रशासन ने चेक पोस्ट बनाने का दिखावा क्यों किया जा रहा है ?