उज्जैन प्रताप सिंह सिसोदिया ग्राम कायथा तहसील तराना का गांव जिसमें 14 लोग स्वास्थ्य कर्मी के कार्यरत हैं कर्मचारियों से चर्चा के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि नित्य अधिकारी आम व्यक्तियों से 100 से 200 लोगों के बीच संपर्क में आते हैं उसी दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा रहवासियों के लिए एंटीबायोटिक होम्योपैथिक दवाई वितरण का भी काम हमारी टीम कर रही है उनसे पूछा गया कि आपके पास सेनीटाइजर एवं मार्क्स की कितनी संख्या उपलब्ध है उन्होंने बताया कि हमें स्वास्थ्य विभाग से कुछ भी उपलब्ध नहीं है हम 50 ₹50 का सैनिटाइजर पर खरीद कर उपयोग में ले रहे हैं और एक मार्क्स ₹30 का खरीदा है रोज धोकर उपयोग में लेते हैं क्या स्वास्थ्य अधिकारी इनके साथ खिलवाड़ कर रहा है के यह ग्राम वासियों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं आला अधिकारियों से बातचीत करने का प्रयास किया तो उन्होंने आवाज नहीं आ रही कह कर पल्ला झाड़ दिया ग्रामवासी यह सोच रहे हैं कि शासन या विभाग हमारी रक्षा केयर कर रहा है किंतु एक दृष्टि में देखा जाए तो यह स्वास्थ्य कर्मी सुरक्षा सोए कि नहीं कर पा रहे हैं तो ग्रामवासी जी क्या कर रहे होंगे एक और शासन नित्य ढोंग धतूरे के तौर पर उभर कर सामने आ रहा है दूसरी ओर उपरोक्त देखा जाए तो बिल्कुल भीलवाड़ी खिलवाड़ है
स्वास्थ्य विभाग की पोल आई सामने मानव समाज के साथ खिलवाड़