उज्जैन तबलीगी जमात के चार लोग जमात में गए थे वह लॉक डाउन के पहले आए और इसी दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और साहिका ओं द्वारा सर्वे किया गया था जिसमें परिवार के मुखिया ने आंगनवाड़ी को जानकारी 12 लोगों की दी थी लेकिन पुलिस प्रशासन को 8 लोगों की जानकारी जिससे विदित होता है कि 4 लोगों का अंतर कैसे आया चार लोग तबलीगी जमात से लौट कर आए थे वे अभी भी गीता कॉलोनी थाना जीवाजी गंज क्षेत्र में हैं उसमें से
सूत्रों के अनुसार सैफुद्दीन पिता शाहिद उद्दीन जमात में होकर आया था वह अभी भी छुपा हुआ है इस परिवार के मुखिया ने जानबूझकर पुलिस प्रशासन को गुमराह किया है जिससे एक बड़ी लापरवाही के चलते करो ना जिसे संक्रमण का बहुत बड़ा खतरा बढ़ गया है
जबकि प्रशासन बार-बार अवगत करा रहा है की किसी भी प्रकार की लापरवाही जनता ना करें जाहिल जमाती यों का इस तरह से लापता शहर के लिए बहुत बड़ा घातक सिद्ध होगा
जहां एक और करोना शतक लगा चुका है और पुराने शहर के साथ-साथ नए शहर में भी करो ना बहुत तेजी से फैल रहा है