उज्जैन रंग बिरंगी पतंगों से आसमान हुआ गुलजार

उज्जैनl ओमप्रकाश पाल लॉक डाउन होने की वजह से आम लोगों का जीवन थम सा गया है क्या बच्चे क्या बड़े क्या बुजुर्ग घरों में कैद है उससे निपटने के लिए बच्चों ने अपनी छतों पर पतंग उड़ाना शुरू कर दी है  24 घंटे घरों में कैद रहकर घबरा गए हैं इससे निपटने के लिए  बच्चों ने अपनी छतों पर पतंग  उड़ा कर मनोरंजन करना शुरू कर दिया है कभी पतंग का त्यौहार मनाया जाता था परंतु आज आसमान के ऊपर नजरें उठाकर देखें तो ऐसा लगता है मानो पतंग उत्सव फिर से आ गया है इस महामारी से निपटने के लिए कुछ बच्चों ने पतंग पर संदेश भी लिखे हैं करो ना से डरो ना घरों में रहे और इस महामारी से बचाव करें और शासन को महामारी से बचाने के लिए सहयोग कर रहे हैं और  कोरो ना  वारियर्स सभी कर्मचारियों का धन्यवाद भी कर रहे हैं जो अपनी जान को जोखिम में डालकर आज हमारे देश की सेवा में लगे हैं चाहे वह पुलिस प्रशासन हो स्वास्थ विभाग हो नगर निगम हो