नागदा/यशवंत पाठक.।कोरोना महामारी के कारण पूरे देश मे हुए लॉकडाउन के दौरान अपनी जान की बाजी लगाकर ड्यूटी करने वाले प्रशासन के नुमाइंदों को कोरोना वॉरियर्स की संज्ञा देकर उनका सम्मान भी किया जा रहा है। इस बीच नागदा में एक महिला अधिकारी अपनी बदजुबानी के कारण जानी-पहचानी जा रही हैं। महिला अधिकारी पर बदजुबानी इस कदर हावी हैं कि वह किसी एक-दो लोगों को ही नहीं पूरे क्षेत्र को ही बेशरम के नाम से संबोधित करने से नहीं चूक रही हैं।
देशभर में लागू कर्फ़्यू के साथ ही नागदा शहर में भी लॉकडाउन को 45 दिन पूरे हो चुके हैं। यहां लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों और मृतक के कोरोना संक्रमित रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन दिन ब दिन सख्त होता जा रहा हैं। इस बीच शहर में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए नियुक्त किए गए अधिकारियों में महिला अधिकारी नायब तहसीलदार अन्नू जैन का नाम उन लोगों में शामिल हैं जो अपनी जवाबदारी का निर्वहन करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं।
बेशरम शब्द से संबोधित करती हैं एक क्षेत्र को जानकारी के मुताबिक लॉकडाउन का पालन कराने के दौरान नायब तहसीलदार अन्नू जैन शहर के एक क्षेत्र में रौब झाड़ते हुए घर के बाहर दिखने वाले लोगों के साथ अनर्गल शब्दों का प्रयोग करते हुए सुनाई देती हैं। नायब तहसीलदार साहिबा अपनी बदजुबानी में क्षेत्र के लोगों को बेशरम कहते-कहते अब पूरे क्षेत्र को ही "बेशरम कॉलोनी" नाम रख देने का कहती रहती हैं। एक महिला अधिकारी की इस तरह की बदजुबानी पर क्षेत्रवासियों में आक्रोश व्याप्त है।
सरकारी वाहन से आ रही सामग्री, कार्रवाई आम आदमी पर
नायब तहसीलदार अन्नू जैन कभी हाथों में लाठी लेकर घूमती हुई नजर आती हैं तो कभी लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को बैठक लगवाती नजर आती हैं। इन सबके बीच यह अधिकारी अपनी बदजुबानी के लिए भी मशहूर हो गई है। आलम यह है कि नायब तहसीलदार का खुद अपनी जुबान पर ही कोई काबू है। अपने आप को बहुत ही समझदार और सख्त बताने के चक्कर में नायब तहसीलदार अन्नू जैन अलसुबह सर ही सरकारी कर्मचारियों की टीम लेकर निकल पड़ती हैं और सड़क पर गुजर रहे व्यक्ति "चाहे राशन लेने जा रहा हो या अन्य कोई आवश्यक सामग्री लेने के लिए घर से निकला हो" पर लाठी या चालानी कार्रवाई के लपेटे में लेकर रौब झाड़ती हुई नजर आती है। यह बात ओर हैं कि आम आदमी पर सख्ती दिखाने वाली अधिकारी अपने विभाग के ही वाहन से फ्रिज, कूलर आदि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को घर तक पहुंचा रही हैं लेकिन इन्ही वस्तुओं के लिए तरस रहे आम आदमी को सजा देने में पीछे नहीं है।