भाजपा द्वारा डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि सभी 9 मंडलों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मनाई गई ।


डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को भारतीय जनता पार्टी द्वारा बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया जिसके तहत जिलाध्यक्ष श्री विवेक जोशी के नेतृत्व में शहर के 9 मंडलों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का आयोजन किया गया ! मंडलों में वक्ताओं ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डाला व उनके कश्मीर में दिए बलिदान को याद किया ।
सह मीडिया प्रभारी दिनेश जाटवा के अनुसार इस अवसर पर नगर अध्यक्ष श्री विवेक जोशी ने कहा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को ‘एक देश में एक निशान, एक विधान और एक प्रधान’ के संकल्पों को पूरा करने के लिए कश्मीर में खुद का बलिदान देने के लिए याद किया जाता है। लेकिन डॉ. मुखर्जी का व्यक्तित्व इतने तक सीमित नहीं है, बल्कि स्वतंत्रता से पूर्व और स्वतंत्रता के बाद राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान की ऐतिहासिक श्रृंखलाएं हैं।आज जब हम ‘डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी नहीं होते तो क्या होता’ की कसौटी पर परखते हुए जब इतिहास के पन्नों को पलटते हैं तो जो तथ्य उभरकर आते हैं, वो उनके महत्व को व्यापक अर्थों में स्थापित करते हैं।
कश्मीर के संबंध में धारा 370 आदि को लेकर डॉ। मुखर्जी का विरोध मुखर था। उनका साफ मानना था कि'एक देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे'। डॉ. मुखर्जी इसे देश की एकता में बाधक नीति के रूप में देखते थे और इसके सख्त खिलाफ थे। 8 मई 1953 को डॉ मुखर्जी ने बिना परमिट जम्मू-कश्मीर की यात्रा शुरू कर दी। जम्मू में प्रवेश के बाद डॉ मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया गया एवम इस दौरान कैद में ही मात्र 40 दिन के पश्चात उनका निधन हो गया । 11 मई से 23 जून तक उन्हें किस हाल में रखा गया इसकी जानकारी उनके परिजनों को भी नहीं थी। इस बात पर डॉ मुखर्जी की मां जोगमाया देवी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू को उलाहना भरा पत्र लिखकर डॉ मुखर्जी की मौत की जांच की मांग की, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने जांच कराना मुनासिब नहीं समझा , परन्तु आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में धारा 370 को हटा कर पूरे कश्मीर में भारत का संविधान लागू कर दिया गया वास्तव में काश्मीर को इस रूप में स्थापित करना ही डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी की पुण्य तिथि पर उन्हें यही सच्ची श्रद्धांजलि है।
मंडलों के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कार्यक्रमों में नगर अध्यक्ष श्री विवेक जोशी, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक श्री पारस जैन, विधायक डॉ मोहन यादव, श्री सुरेश गिरी मुख्य रूप से सम्मिलित हुए । मंडलों की वीडियो कॉम्फ्रेन्सिंग को संबोधित करने के लिए वक्ताओं में श्री जगदीश अग्रवाल, महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, पूर्व सांसद चिंतामणि मालवीय, श्री सोनू गेहलोत, श्री अनिल जैन कलुहेड़ा, श्री ओम जैन, श्री प्रदीप पांडे, श्री रूप पमनानी, श्री प्रभुलाल जाटवा सहित मंडलों के कार्यकर्ता सम्मिलित हुए ।