मॉनसून की बारिश ने असम में कहर बरपाना शुरू कर दिया है. कोरोना संक्रमण से जूझ रहे असम के सामने अब बाढ़ से लड़ने की चुनौती है. मॉनसून के असम पहुंचने के बाद पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश अब बाढ़ का रूप ले चुकी है. ब्रह्मपुत्र खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बिहार में भी नदियों का पानी चढ़ने लगा है. गृहमंत्री अमित शाह ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की है और हालात का जायजा लिया है.
लगभग पौने पांच लाख लोग बाढ़ की चपेट में
असम राज्य आपदा प्रबंधन अथॉरिटी के मुताबिक बाढ़ की चपेट में 21 जिलों के 4 लाख 63 हजार लोग आए हैं. असम में बाढ़ और जमीन धंसने की वजह से इस साल अबतक 40 लोगों की मौत हो चुकी है. असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सभी जिलों के उपायुक्तों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं.
अमित शाह ने असम सीएम से बात की
गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनवाल और स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा से बात कर हालात की जानकारी ली. गृहमंत्री ने ट्वीट कर कहा, "असम के मुख्यमंत्री सबार्नंद सोनवाल और हेमंत बिस्वा शर्मा से बात की. उनसे ब्रह्मपुत्र नदी और गुवाहाटी में भूस्खलन के बारे में जानकारी ली और हर संभव मदद का आश्वासन दिया. मोदी सरकार असम के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है."
आपदा से निपटने को राज्य सरकार तैयार
असम सरकार ने गृहमंत्री को बताया कि राज्य सरकार ने सभी एहतियाती कदम उठाए हैं. सभी जिलों के डीसी, एसपी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए निर्देश दिया गया है कि राहत और बचाव कार्य में तेजी लाई जाए. रिलीफ कैंप में खाने-पीने का सामान का उचित स्टॉक रखा जाए, मेडिकल सुविधाओं की उपलब्धि सुनिश्चित की जाए और कोरोना संक्रमण से जुड़े दिशा निर्देशों का पालन किया जाए.