कृषि मंत्री बनने के बाद पहली बार रविवार को उज्जैन आए कमल पटेल श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा नीलगंगा पहुंचे। यहां नीलगंगा सरोवर स्थित मां गंगा की प्रतिमा का पूजन-अभिषेक कर कोरोना महामारी से छुटकारा दिलाने की प्रार्थना की।
इस दौरान जूना अखाड़ा नीलगंगा के थानापति महंत देव गिरि महाराज ने पूजन विधि कराई। विधायक पारस जैन और पूर्व सांसद डॉ चिंतामणि मालवीय भी मौजूद थे। पूजन के बाद महंत देव गिरि महाराज और मीडिया प्रभारी गोविंद सोलंकी सहित भक्तों ने कृषि मंत्री का सम्मान किया। मंत्री पटेल ने अखाड़े से ही जूना अखाड़ा के मुख्य संरक्षक और अभा अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्री महंत हरि गिरि महाराज से फोन पर चर्चा कर आशीर्वाद लिया। शक्तिसिंह चौधरी, राजेश जारवाल, गोकुलप्रसाद प्रजापत, आशुतोष सैनी मौजूद थे।
महाकाल मंदिर के बाहर से भगवान को किया नमन
कृषि मंत्री पटेल ने महाकालेश्वर मंदिर के बाहर से शिखर दर्शन किए। इधर सोसायटी फार प्रेस क्लब के पूर्व कार्यकारिणी सदस्य दारा खान ने कृषि पटेल से अन्य वर्गों की तरह पत्र-पत्रिकाओं के संपादक व रिपोर्टर को भी आर्थिक मदद देने की मांग की।
झलारिया मठ में चल रहे महामारी निवारण के दस दिवसीय अनुष्ठान में दी आहुति
मंत्री पटेल झालरिया मठ में कोरोना महामारी के निवारण के लिए किए जा रहे 10 दिवसीय अनुष्ठान में भी शामिल हुए। अनुष्ठान में पटेल के साथ ही विधायक पारस जैन ने भी आहुति दी। विधायक डॉ. मोहन यादव, छोटू बना सहित भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।
किसानों ने समस्या बताई : बैंकों से नहीं निकाल पा रहे 50 हजार से ज्यादा रुपए
सरकार द्वारा प्रदेश के हजारों किसानों के खाते में करोड़ों रुपए भुगतान किए गए। किसान जब बैंक से अपने ही खाते की राशि निकालने के लिए फार्म भरते हैं तो बैंक द्वारा मात्र 50 हजार रुपए ही निकालने के लिए बाध्य किया जा रहा है। किसान अधिक राशि निकालना चाहें तो उन्हें राशि नहीं दी जा रही। किसानों की इस समस्या से किसान नेता और नमामीदेवी नर्मदे प्रदेश सहसंयोजक केशरसिंह पटेल ने कृषि मंत्री पटेल को अवगत कराया।
मां गंगा की शरण में पहुंचे कृषि मंत्री