पुलिस पर चोरों के सरगना को छोड़ने का आरोप


 ग्रामीणों से पुलिस अधिकारी के हाथ जोड़कर माफी मांगने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने मोटर साइकिल चोरी करने वाले तीन चोरों को पकड़ लिया, और फिर उनको पुलिस के हवाले कर दिया था. लेकिन जब ग्रामीणों को पता चला कि जिस चोरों को उन्होंने पुलिस को सुपुर्द किया है, उनमें से चोरों के सरगना को पुलिस ने रुपये लेकर छोड़ दिया है. फिर क्या था...ग्रामीण आग बबूला हो गए.


नाराज ग्रामीणों ने पुलिस की इस हरकत के खिलाफ गांव में पंचायत बुला ली. ग्रामीणों ने जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे को जाम करने की चेतावनी जारी कर दी. इसे सुन पुलिस अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए और आनन-फानन में पुलिस अधिकारी मौके पर पंचायत में पहुंचे और पंचायत में हाथ जोड़कर ग्रामीणों से माफ़ी मांगते हुए आश्वासन दिया कि पुलिस जल्दी ही फरार चोर को गिरफ्तार कर लेगी.


मामला भुसावर थाना इलाके के गांव पथैना का है, जहां कई बार से गांव में मोटर साइकिल चोरी की वारदात हो रही थी. लेकिन विगत दिन दोपहर को गांव में मोटर साइकिल चोरी करते हुए चोर गैंग के मुखिया सहित दो अन्य चोरों को ग्रामीणों ने रंगे हाथों पकड़ लिया.


 


बाद में ग्रामीणों ने चोरों को भुसावर थाना प्रभारी राजेश खटाना के हवाले कर दिया. मगर ग्रामीणों का आरोप है कि थाना प्रभारी राजेश खटाना ने रुपये लेकर चोरों के सरगना को कुछ ही देर बाद छोड़ दिया था. इसका पता लगने पर गांव में पुलिस के खिलाफ पंचायत का आयोजन हुआ जिसमे सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया और जयुपर आगरा नेशनल हाईवे को जाम करने की चेतावनी जारी कर दी.


ग्रामीणों के रोष, पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और नेशनल हाईवे जाम करने की चेतावनी के बाद पुलिस अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया. भुसावर थाना प्रभारी राजेश खटाना गांव की पंचायत में पहुंचे जहां उन्होंने भरी पंचायत में हाथ जोड़कर ग्रामीणों से माफ़ी मांगी और आश्वासन दिया की पुलिस जल्द ही फरार चोर को गिरफ्तार कर लेगी.


वहीं भरतपुर के अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक सुरेश खींची ने बताया कि गांव वालों ने मुख्य चोर और दो उसके साथियों को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया था. मगर मुख्य चोर थाने में पेशाब करने का बहाना कर फरार हो गया. अब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. अगर इस मामले में किसी पुलिसकर्मी की गलती मिलती है तो उसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी.