ये देशवासियों के साथ कैसी ना इंसाफी?


उज्जैन। शहर कांग्रेस कमेटी के सचिव व प्रेस क्लब के सदस्य दाराखान ने गलवान हिसंक झड़प में चीन के द्वारा शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सियासत में बैठे लोग विगत कई वर्षों से भारतीय जनमानस को षड़यंत्र का शिकार बनाकर अपने राजनीति स्वार्थ के लिए दांव पर लगाकर नुकसान पहुँचा रहे है।  
विगत कुछ वर्षों में देश की जनता को पड़ोसी देश से सस्ता माल उपलब्ध कराकर देश के प्रधानमंत्री द्वारा सर्वाधिक आठ-नौ बार चीन की यात्रा करना व देश की अर्थव्यवस्था में हिस्सेदारी देकर सहयोग करने में कोई कसर न छोड़ी ये सारा देश जानता है।
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते जहाँ विगत दो-तीन माह से लोगों को घरों में कैद कर, हजारों गरीब मजदूरों को इसी सरकार ने नंगे पैर व भूखमरी हालात में सैंकड़ों मिल परिवार के साथ पैदल चलने पर मजबूर किया। इस देश की जनता कभी भूलेगी नहीं? ताली से लेकर थाली बजायी, अंधेरा कर दिये जलवाये पर उन्हें न तो वाहन उपलब्ध कराये न ही राशन उपलब्ध कराया, फिर भी देश के प्रधानमंत्री भारत की जनता के साथ है?  
वर्तमान में आप देखिए पूरे देश में चीन वस्तुओं का बहिष्कार विपक्षी पार्टी नहीं कर रही, भारतीय जनता पार्टी के युवा लोग खुले रूप से प्रधानमंत्री की दी सुविधा का विरोध प्रदर्शन कर अपना गुस्सा स्पष्ट रूप से प्रकट कर रहे है।
नैतिकता के आधार पर ही इस समय प्रधानमंत्री को अपनी विफलता के कारण पद से इस्तिफा देकर भारतीय अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए जिम्मेदार लोगों को सत्ता सौंप देना चाहिए। आज भी देश में बैकसुर भारतीय सैनिक जो चीन के षड़यंत्र के शिकार हो कई शहीद हो रहे है, और प्रधानमंत्री आज भी सर्वदलीय बैठक बुलाने के लिए अपनी पार्टी के लोगों से विचार विमर्श कर रहे है? जो कि खुले रूप से उनका विरोध कर रहे हैं।