देवास। मध्यप्रदेेश अजास के प्रांतीय निर्देशानुसार प्रदेेश महासचिव संतोष बारोलिया एवं जिलाध्यक्ष सहज सरकार के नेतृत्व में म.प्र. में दलितों पर बढ़ते अन्याय अत्याचार एवं मारपीट के खिलाफ ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम डिप्टी कलेक्टर श्री चौहान को सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया कि संविधान द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति को प्रदत्त आरक्षण को संविधान की नौवी अनुसूचि का अंग बनाये जाने के संबंध में अजा जजा के सामाजिक न्याय हेतु संविधान में आरक्षण का प्रावधान है। इस वर्ग को मिले आरक्षण को न्यायिक समीक्षा से मुक्त रखा जाए । नौवीं अनुसूचि का मुख्य अंग बनाया जाए। समस्त शासकीय कार्यालय में देश के महापुरूषों के छाया चित्र (फोटो) लगाने के निर्देश है शासकीय कार्यालयों में संविधान निर्माता डॉ. बी.आर. आम्बेडकर के छायाचित्र को शामिल किया जाए। प्रदेश के जिला गुना के केंट थाना अंतर्गत जगनपुर चक में अजा कृषक दंपत्ति राजू अहिरवार एवं सावित्री बाई पर बर्बर तरीके से लाठी बरसाना एवं उन्हें जहर पीने पर मजबूर करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्यवाही के संबंंध में उक्त प्रकरण में शामिल दोषियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जाए। प्रदेश केे जिला अशोक नगर के ग्राम हैदर में में रहने वाली 8 वर्ष की बालिका के साथ रामनरेश यादव नामक व्यक्ति द्वारा के साथ दुष्कृत्य किया था। इस प्रकरण में त्वरित कार्यवाही कर पीडि़ता को राहत सहायता दी जाए । प्रदेश में जिला उज्जैन में अजा में शामिल बागरी समाज के लोगों पर अन्याय अत्याचार हुआ है। जिसमें नाहरखेड़ा, करेड़ी, हरदा, रूद्राखेड़ी के लोगों के साथ मारपीट हुई है उन पीडि़तों को न्याय मिले। प्रदेश के जिला राजगढ में ग्राम पांजरी में नाजी प्रदेेशाध्यक्ष रामसिंह रसोनिया के रिश्तेदारों के साथ दबंगों द्वारा मारपीट की गई। पीडि़तो को न्याय दिया जाए। प्रदेश में जिला देवास में ग्राम भंवरा, रेहटिया, पटाडिया, कुमारिया, तालोद आदि ग्रामों में पूर्व में भी अजा वर्ग केे लोगों के साथ मारपीट हुई है उन पीडि़तो को न्याय दिया जाए। इसी प्रकार प्रदेश में जिले केे विभिन्न विभागों में पदस्थ अजा, जजा के कर्मचारियों के साथ आए दिन शासकीय तौर पर अनावश्यक कार्यवाही एवं भेदभाव पूर्ण दुव्र्यवहार किया जा रहा है। बिना ठोस कारण के अभद्रता कर अपमानित कर जानबूझ कर निलंबन कर परेशान किया जा रहा है। इस प्रकार की प्रवृत्ति पर रोक लगे। ज्ञापन में केन्द्र सरकार, आयोग एवं मध्यप्रदेश सरकार से मांग की गई कि इस प्रकार की घटनाओं से एवं इस वर्ग वर्ग पर आए दिन अन्याय, अत्याचार, मारपीट आदि होने से उन्हें न्याय नहीं मिलने से इस वर्ग के सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, शैक्षणिक जीवन पर भयानक कुप्रभाव पड़ रहा है। हो सकता है इससे धर्मांतरण को बढ़ावा मिले। वर्ग संघर्ष व धार्मिक उन्माद बढऩे की संभावना है।संविधान पर से करोड़ों दलितों का विश्वास उठ जाएगा। राष्ट्रीय वैश्विक स्तर पर आतंकवाद बढऩे लगेगा, विश्वस्तर पर भारत की छवि धूमिल हो रही है। इस अवसर पर नाजी जिलाध्यक्ष राजेश ऐरवाल, आतिश कनासिया, दीपक वर्मा, गोविंद सिंह, मानसिंह भोंदिया, हेमचं
राजा, अजयसिंह, विशाल ठाकुर आदि उपस्थित थे।