गुरु को शिष्य द्वारा श्रेष्ठ दक्षिणा एवं श्रेष्ठ संकल्प देने का सुअवसर गुरु पूर्णिमा पर्व  - दुर्गा दीदी  सामाजिक दूरी का पालन करते हुए दीक्षा सहित अन्य संस्कार 

संकल्पित हुए वृक्ष गंगा अभियान के लिये गायत्री परिजन 

देवास । अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गुरु पूर्णिमा पर्व बड़ी श्रद्धा एवं उमंग के साथ संकल्प लेकर मनाया गया । कोरोन के चलते स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की दृष्ट से गुरु पूर्णिमा पर्व संक्षिप्त रूप में मनाया गया ।गायत्री शक्तिपीठ मीडिया प्रभारी विक्रमसिंह चौधरी ने बताया कि गुरु पूर्णिमा पर्व पर प्रात: 6 बजे गायत्री शक्तिपीठ पर श्रीवेदमाता गायत्री, परम पूज्य गुरुदेव, वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा एवं देवोहावन व देवपूजन कर गायत्री महायज्ञ सम्पन्न हुआ जिसमें 13 नए परिजनों को दीक्षा एवं 02 बहनों का पुंसवन संस्कार किया गया । कार्यक्रम में मास्क व सामाजिक दूरी का पालन अनिवार्य रूप से कराया गया वहीं प्रज्ञापीठ विजय नगर पर भी इसी क्रम में प्रज्ञापीठ संरक्षिका दुर्गा दीदी द्वारा 15 परिजनों को यज्ञ के दौरान दीक्षा प्रदान की गई । दुर्गा दीदी ने अपने सम्बोधन में बताया कि गुरु को शिष्य द्वारा श्रेष्ठ दक्षिणा एवं श्रेष्ठ संकल्प देने का सुअवसर गुरु पूर्णिमा पर्व हैं । गुरु के प्रति समर्पित होने से कई लाभ प्राप्त होते हैं । अनगड़ता से सुगड़ता की ओर ले जाने वाला नाम ही गुरु है इसलिए प्रत्येक मानव के जीवन में गुरु का समावेश जरूरी हैं । युवा प्रकोष्ठ के प्रमोद निहाले ने बताया कि गुरु पर्व गुरु दक्षिणा एवं अच्छे संकल्प के लिए विशेष अवसर होता है जिसमें हर शिष्य को कुछ न कुछ गुरु को संकल्प व दक्षिणा समर्पित करनी होती है । हमारी देवास शाखा वृक्ष गंगा अभियान के लिए संकल्पित हैं, अभी तक हमारी शाखा द्वारा 450 बीज बम, 380 पौधे सुरक्षित स्थलों पर लगा चुके है और आगामी दिनों में हम निरंतर इस अभियान पर कार्य करेंगे और लगभग 500 पौधे उचित स्थानों पर लगाएंगे साथ ही हमारी सभी तहसील के परिजन भी इस अभियान में संकल्पित है । कार्यक्रम में गायत्री शक्तिपीठ के सहायक प्रबंध ट्रस्टी कन्हैया लाल मोहरी, सुभाष जैन, विजय जाधव, हजारीलाल चौहान, केशव पटेल, शेषनारायण परमार, चन्द्रिका शर्मा, आदित्य यादव, गौतम निहाले सहित कई परिजन उपस्थित थे । सामाजिक दूरी का पालन करते हुए गुरु पूजन का क्रम निरन्तर चलता रहा । इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते प्रसाद का वितरण नहीं किया गया । आयोजन में कर्मकाण्ड का संचालन रामनिवास कुशवाह एवं प्रज्ञापीठ पर महेश आचार्य ने किया । गायत्री शक्तिपीठ के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी महेश पण्डया एवं गायत्री प्रज्ञापीठ के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी राजेन्द्र पोरवाल ने सभी परिजनों का आयोजन को स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की दृष्टि से सफल बनाने के लिए आभार प्रकट किया ।