म.प्र. शिक्षक भर्ती में हो रही देरी तथा भर्ती प्रक्रिया में चल रही अनियमितताओं के खिलाफ युवा संगठन ए आय डी व्हाय ओ ने शुरू किया आंदोलन 
 

 बेरोजगारी, अश्लीलता, अपसंस्कृति, नशाखोरी के खिलाफ लगातार संघर्ष करने वाला क्रांतिकारी युवा संगठन ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ आर्गेनाइजेशन के मध्यप्रदेश सचिव प्रमोद नामदेव ने कहा कि म.प्र. शिक्षक भर्ती परीक्षा दो साल पहले 2018 में हुई थी जिसका परिणाम आने में देरी हुई और परिणाम आने के बाद नियुक्ति में हो रही देरी तथा भर्ती प्रक्रिया में चल रही अनियमितताओं के चलते प्रदेश में शिक्षक बनकर अपने परिवार का भरण पोषण की सोच में जी रहे युवाओं के सामने जिंदा रहने का संकट पैदा हो गया है। तमाम युवा जो शिक्षक बनने की राह देख रहे हैं उन्हें शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों डाक्युमेंट सत्यापन की प्रक्रिया को स्थगित करनेे के आदेश से परेशानी में डाल दिया है। इसलिये युवा संगठन एआयडीव्हायओ पूरे प्रदेश में आंदोलन का आगाज कर रहा है कि सरकार कोरोना आपदा का नाम लेकर लगातार युवा विरोधी व जनविरोधी नियम बनाती जा रही है। जबकि प्रक्रिया को स्थगित करने की जगहसुरक्षा उपकरणों का उपयेाग करते हुए तथा एक ही जगह जिले में कई स्थानों पर डाक्यूमेंट सत्यापन करानेे चाहिये थे ताकि सोशल डिसटेंसिंग का ठीक से पालन किया जा सकेे। यह ना करके सत्यपन की प्रक्रिया को ही स्थगित कर दिया जिसे अब प्रदेश का युवा सहन नहीं करेगा। इसलिए इस आंदोलन की कड़ी में आगामी सोमवार को पूरे प्रदेश में शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर ज्ञापन दिये जाएंगे। अगर मांगे नहीं मानी गई तो प्रदेश का युवा सड़कों पर आंदोलन करने को विवश होगा। आंदोलन की मुख्य मांगों में म.प्र. शिक्षक भर्ती में हो रही देरी तथा भर्ती प्रक्रिया में चल रही अनियमितताओं को दूर किया जाए। उच्च माध्यमिक शिक्षक भतर्ती प्रक्रिया में डाक्यूमेंट सत्यापन पर लगी रोक को तुरंत हटाया जाए। आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा भी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए। माध्यमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में डाक्युमेंट सत्यापन की कार्यवाही हेतु तुरंत विाप्ति जारी की जाए। प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा पर लगी रोक को तुरंत हटाया जाए। माध्यमिक शिक्षक भर्ती में विषयवार पदों की संख्या को बढ़ाया जाए। बायोलॉजी के सहविषयों बायोटेक्नॉलाजी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, लार्ईफ साईंस को मान्यता दी जाए।